Rajalakshmee sanjay aigiri nandini lyrics ()
📌 Song Title | Rajalakshmee sanjay aigiri nandini lyrics |
🎞️ Album | Unknown |
🎤 Singer | No artists found. |
✍️ Lyrics | Unknown |
🎼 Music | Unknown |
Rajalakshmee sanjay aigiri nandini lyrics in Hindi ()
अई गिरि नंदिनी, नंदिता मेधिनी,
विश्व विनोदिनी नंदनुते,
गिरिवर विंध्य शिरोधि निवासिनी,
विष्णु विलासिनी जिष्णु नुते,
भगवती हे सति कांत कुटुंबिनी,
भूरी कुटुंबिनी भूरी कृते,
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी, रम्य कपर्दिनी शैल सुते।
सुरवर वर्षिणी, दुर्दर दर्शिनी,
दुर्मुख मार्षिणी, हर्ष रथे,
त्रिभुवन पोषिणी, शंकर तोषिणी,
किल्बिष मोषिणी, घोष रथे,
दनुज निरोधिनी, दिति सुतारोषिणी,
दुर्मति सोषिणी, सिंधु सुते,
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी, रम्य कपर्दिनी शैल सुते।
अई जगदंबा, मदंबा, कदंबा,
वन प्रिय वासिनी, हर्ष रथे,
शिखरि शिरोमणि, तुंगा हिमालय,
स्रुंग निजालय, मध्यगते,
मधु मधुरे, मधुकैटभ बंजिनी,
कैटभ बंजिनी, रस रथे,
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी, रम्य कपर्दिनी शैल सुते।
अई शत कंद, विकंदित रूंड,
वितुंडित शुंड, गजपति पते,
रिपु गज गंड, विदारण चंड,
पराक्रम शुंड, मृगपति पते,
निज भुज दंड, निपातित खंड,
विपातित मुंड, भटपति पते,
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी, रम्य कपर्दिनी शैल सुते।
अई रण दुर्मति शत्रु वधोथिता,
दुर्धर निर्झरा, शक्ति वृते,
चतुर विचार धुरंधर महाशिव,
दूताकृत प्रमादिपते,
दुरित दूरीहा, दुरासय दुर्मति,
दानव दूत कृतांतमते,
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी, रम्य कपर्दिनी शैल सुते।
अई शरणागत वैरी वधूवर,
वीर वराभय दायाकरे,
त्रिभुवन मस्तक शूल विरोधि,
शिरोधिकृतमाला शूलकरे,
डिमिडिमि तामर दुंदुभि नाद महा,
मुखराकृत तिग्मकरे,
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी, रम्य कपर्दिनी शैल सुते।
अई निज हुं कृतिमात्र निराकृत,
धूम्रविलोचन धूम्रसते,
समर विशोषित सोनित बीज,
समुद्भव सोनित बीज लते,
शिव शिव शुंभ, निशुंभ महाहव,
तर्पित भूता पिशाच रथे,
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी, रम्य कपर्दिनी शैल सुते।
Rajalakshmee sanjay aigiri nandini lyrics in English ()